#P.m.jainकोरोना पर देसी आँकड़ा
आज अनपढ़ तो छोड़िए! कुछ पढ़े-लिखे लोग भी "ज्योतिष विद्या" का मजाक उड़ाते हैं जोकि भारतीय ऋषि-मुनियों की देन है! साथ ही ज्योतिष विद्या का कुछ लोगों द्वारा मजाक उड़ाना भी स्वभाविक है क्योंकि कुछ चंद ज्योतिषी लोग ज्योतिष विद्या के दायरे में नहीं रहते हैं| मैं, अल्पज्ञ इसीलिए कहता हूँ कि👉"ज्योतिषी गलत हो सकता है लेकिन ज्योतिष गलत नहीं!" वर्तमान में इन्हीं ज्योतिषीय ग्रंथों में आगामी "ग्रहण" इत्यादि जैसी अनेकों गणना देश-विदेश व समय सीमाओं सहित पहले से ही लिखित हैं जो आज भी सूर्य या चन्द्र ग्रहणों के समय सत्य साबित होती हैं|
कोरोना के संदर्भ में, मैंने ज्योतिषीय गणना पर विचार व विवेचन करके पहले भी दो लिखित लेखों में "पहला👉14 अप्रैल से सूर्यदेव उच्चराशि मेष में आते ही कोरोना का करने लगेंगे ख़ात्मा" और "दूसरा लेख👉 कोरोना का डेथवॉरेंट जारी 14 अप्रैल से 14 मई तक कोरोना को कभी भी लग सकती है फाँसी" वेबसाइट
www.paraspunj.com पर प्रकाशित कर चुका हूँ लेकिन अब देश का देसी आँकड़ा कहता है कि अंक 3 से अंक 5 तक आते-आते कोरोना की तेरहवीं हो सकती है और इसी अवधि में मेरे भारत को कोरोना के समूल नाश के लिए आरोग्य प्रदाता सूर्यदेव औषधि भी प्रदान कर सकते हैं! देश को जरुरत है तो सिर्फ़ जनता के धैैर्य और संयम रूपी सहयोग की |
👉लॉकडाउन विवरण -ऐलान(!)2+4+3+2+2=13(1+3)=अंक 4
ऐलान(!!)1+4+4+2+2=13(1+3) =अंक 4
लॉकडाउन अवधि👉 3-5-2020 तक यानी 3+5+2+2=12(1+2)=अंक 3 और मैंने अपने पूर्व लिखित लेख👉"कोरोना डेथवॉरेंट जारी" में ज्योतिषीय गणना में सूर्यदेव पर आधारित होकर तारीख़ 14 अप्रैल 2020 से 14 मई 2020 लिखी है जोकि संक्षिप्त में देसी अाँकडों के अनुसार-
1+4+4+2+2=13(1+3)= अंक 4
1+4+5+2+2=14(1+4)= अंक 5 है
वैश्विक कोरोना महामारी का निष्कर्ष निकालें तो कोरोना के आतंकी अंत के लिए अंक 3,4 और अंक 5 का अाँकडा महत्वपूर्ण है अर्थात कोरोना की वाल्यावस्था 2019=3, कुमार+युवास्था 2020=4 वृद्धावस्था 2021=5 और उसके बाद मृतावस्था तो निश्चित होती ही है|
आज महाभारत से भी बड़े इस विश्वव्यापी महामारी रूपी विश्वयुद्घ में हमें मिल-जुल कर सरकार को "दिमाग से ज्यादा दिल से" सहयोग करना चाहिए जिसके चलते मेरे भरत जी का भारत पुन: विश्वगुरु बन सके|
👉"ज्योतिष तो सिर्फ़ चिंगारी है जनाब! ज्योति तो स्वयं जलानी होगी!"
देश की जनता से मैं अल्पज्ञ करबद्ध निवेदन करता हूँ कि सरकार के निर्देशों का दृढ़ता से पालन करें और 👉"राष्ट्रधर्म" सर्वोपरि धर्म के नियमों को ईमानदारी से निभाऐं| लेख में त्रुटि के लिए क्षमायाचना करता हूँ!👉पी.एम.जैन"ज्योतिष विचारक" दिल्ली मो.9718544977
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