प्रो. प्रेमसुमन जैन को दो पुरस्कार
प्रोफेसर प्रेेमसुमन जैन दो राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित 1. प्राकृत ज्ञानभारती इन्टरनेशनल अवार्ड 2. प्राकृत वाड्.मय पुरस्कार उदयपुर। 30 जुलाई 2017। प्रोफेसर प्रेेम सुमन जैन को दो राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित करते हुए उनके 75वें जन्मवर्ष की सम्पूर्ति के इस अमृत महोत्सव के अवसर पर नागरिक अभिनंदन किया गया। मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर के कुलपति माननीय प्रो. जे.पी. शर्मा की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित एक विशिष्ट कार्यक्रम में यह सम्मान समारोह आयेाजित किया गया था। प्रोफेसर जैन को उनके द्वारा प्राकृत एवं जैन वांगमय के प्रचार प्रसार व उत्कृष्ट सेवा के लिए बाहुबली प्राकृत विद्यापीठ, श्रवणबेलगोला के संस्थापक अध्यक्ष स्वस्तिश्री भट्टारक चारुकीर्ति महास्वामी जी के आशीर्वाद स्वरूप बाहुबली प्राकृत विद्यापीठ का सर्वोच्च सम्मान ‘‘प्राकृत ज्ञानभारती इन्टरनेशनल अवार्ड’’ राजस्थान सरकार के गृहमन्त्री माननीय श्री गुलाबचंद कटारिया द्वारा प्रदान किया गया, जिसके अन्तर्गत शाल-श्रीफल, प्रशस्तिपत्र, स्वर्णपदक के साथ तीन लाख रुपये की राशि का चैक प्रदान किया गया। तथा इसी अवसर पर विद्याभूषण लोक मंगल न्यास, नई दिल्ली के अध्यक्षः प्रो. जयकुमार उपाध्ये ने डा. जैन को एक लाख रुपयों की राशि के चैक एवं प्रशस्तिपत्र के साथ ‘‘आचार्य विद्यानन्द मुनिराज प्राकृत वाड्.मय पुरस्कार’’ भी प्रदान करने की घोषणा की और कुलपति प्रो. जे.पी शर्मा ने यह अवार्ड प्रदान किया। भारतीय प्राकृत स्कालर्स सोसायटी उदयपुर के महामन्त्री प्रो. जिनेन्द्र जैन द्वारा सम्पादित अक्खर पाहुड अभिनन्दन पुस्तिका का विमोचन महापौर श्रीमान चन्द्रसिंह कोठारी एवं अन्य अतिथियों द्वारा किया गया। डा. सुभाष कोठारी, समाज के अन्य गणमान्य नागरिकों, मित्रों एवं संस्थानों द्वारा डा. जैन का सार्वजनिक अभिनन्दन भी किया गया। प्रो. प्रेमसुमन जैन द्वारा कई पुस्तकें लिखित और सम्पादित हैं, उन्हीं में से एक पुस्तक ‘प्राकृतबोध’ विहार विश्वविद्यालय और बाहुबली विद्यापीठ के पाठ्यक्रम में सम्मिलित है। आप श्री अखिल भारतवर्षीय दि. जैन विद्वत्परिषद् के संरक्षक हैं। आपके द्वारा भी एक पुरस्कार स्थापित है। कार्यक्रम में बैंगलोर के कन्नड़ साहित्य मनीषी प्रो. हम्पा नागराजय्या, बाहुबली प्राकृत विद्यापीठ, के कार्याध्यक्ष जस्टिस श्री एम. जे. इन्द्रकुमार एवं भारतीय प्राकृत स्कालर्स सोसायटी उदयपुर के उपाध्यक्ष डा. देव कोठारी, शास्त्रिपरिषद् के अध्यक्ष डाॅ. श्रेयांसकुमार जैन, मो.सु.वि.वि. उदयपुर प्राकृत एवं जैनागम विभाग के डाॅ. ज्योतिबाबू जैन आदि सम्मिलित थे। प्रो. जैन को इस उपलब्धि पर विद्वत् परिषद् के अध्यक्ष प्रो भागचन्द्र जैन ‘भास्कर, महामंत्री- डाॅ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, उपाध्यक्ष-प्रो. सनतकुमार जैन, डाॅ. उदयचन्द्र जैन, श्री सुरेश जैन (आईएएस) भोपाल, प्रो. सुदर्शनलाल जैन, डा. सुशील गांधी, डाॅ. ऋषभचंद्र जैन फौजदार आदि अनेक बुद्धिजीवियों व स्नेहीजनों ने आपको शुभ्कामनायों व बधाईयां प्रेषित की हैं। -डा. ज्योति बाबू जैन,
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