पित्ताशय की पथरी के लक्षण और कारण

पित्ताशय की पथरी के लक्षण और कारण पित्ताशय की पथरी से परेशान कई लोगों में किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई नहीं पडते, आमतौर से पथरी संबंधित लक्षणों की शुरुआत तब होती है जब एक अथवा इससेअधिक पथरी आपके पित्ताशय से निकलकर पित्त नलिका में आ जाती हैं और वहाँ पर अटक या फंस जाती है। इसके कारण एकाएक तीव्र दर्द होता है, जिसे पित्ताशय का दर्द (बिलियरी कालिक) कहते हैं, और इसके कारण होने वाली सूजन को पित्ताशय की सूजन (कोलीसिस्टाइटिस) कहा जाता है। पित्ताशय की पथरी के सामान्य लक्षणों- आपके दाहिनी तरफ पेट के समीप हिस्से में और पीछे पीठ में एकाएक तीव्र दर्द होना जो कि कई घंटों तक बना रहता है। बीमार अनुभव करना।तेज बुखार, कंपकंपी और पसीना आना।त्वचा और आँखों के सफ़ेद हिस्से का पीला पड़ना (पीलिया)।मिट्टी के रंग का मल और चाय के रंग का मूत्र।मतली और उल्टी। पित्ताशय की पथरी के कारण- पित्त की उत्पत्ति करने वाले पदार्थों में हुए असंतुलन से पित्त की पथरी का निर्माण होता है। यदि पित्त में कोलेस्ट्रॉल और बिलीरुबिन की अत्यधिक मात्रा हो या पित्त लवणों की पर्याप्त मात्रा ना हो तो पित्त की पथरी निर्मित होती है। कई कारक एकत्रित होकर पित्त की पथरी का निर्माण कर सकते हैं, जिनमें अनुवांशिकता, मोटापा,पित्ताशय में गति का कम हो जाना।अधिक कैलोरी युक्त आहार।क्लोनोर्किस या अस्कारिस पित्ताशय की पथरी के मुख्य कारण हैं |

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1 comments

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