समाधि क्षुल्लक भागेश भूषण जी

आचार्य 108 श्री ज्ञानभूषण जी महाराज के परम शिष्य क्षुल्लक 105 श्री भागेश भूषण जी महाराज जी की समाधि 4/4/2018 को मवाना, नियर हस्तिनापुर, जिला मेरठ, उत्तर प्रदेश में हो गई है |
सूत्रों के मुताबिक जानकारी मिली है कि समाधि प्राप्त 72 वर्षीय वृद्ध क्षुल्लक जी को तथाकथित कुछ चुगलखोरों की झूठी चुगली के कारण संघ से निकाला गया था| संघ से निकालनें के बाद वृद्ध क्षुल्लक महाराज इधर उधर अन्य साधु संतों के पास भटकते रहे लेकिन उन्होंने अपने संयम को नहीं छोड़ा और अंत में संयम अवस्था में ही सामधि को प्राप्त हुए |
समाज के लिए यह विचारणीय विषय है कि वृद्धों के नाम पर मठ-मन्दिर मिशन तो समाजों में सक्रिय है लेकिन वृद्धों के साथ इस प्रकार का "वात्सल्य" एक प्रश्न चिन्ह स्थापित करता है |
आज के युग में आश्चर्य की बात यह है कि समाज में कुछ साधु- संत वृद्धों व वृद्धाश्रम के नाम पर चंदा तो एकत्रित करते/करातें हैं और एक तरफ वृद्धों को वृद्धाश्रम में ना भेजने का उपदेश भी जनता के बीच देतें हैं |
यह साधु समाज और श्रावक समाज के साथ कैसा वात्सल्य और कैसा दोहरापन है ?

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