साधुओं की आड़ में पल रहे हैं दलाल स्तर के लोग


साधुओं की आड़ में पल रहे हैं दलाल स्तर के लोग | 

 आज के दौर में दलाल स्तर इतना नीचे गिर चुका है कि कुछ दलाल साधुओं से मिलकर लड़का-लड़कियों की शादी कराने में भी दलाली खाने लगे हैं | एक समय था जब किसी व्यक्ति के बच्चों की शादी -विवाह कराना एक उपकार की श्रेणी में गिना जाता था! लेकिन वर्तमान में कुछ साधु महात्मा भी इसी चक्कर में भ्रमणशील हैं जो संसार से मुक्ति की बात तो मात्र दिखाने के लिए करते हैं लेकिन गुप्त रूप से शादी -विवाह जैसे संसार वृद्धि के कार्यकलापों में लिप्त मिलते हैं क्योंकि आज अधिकाँश लोग साधुभेष की पहेरवी पर अधिक विश्वास करने लगे हैं | शादी विवाह जैसे संसारिक कार्यकलापों के कारण ही कुछ महात्माओं के पास शास्त्र चर्चा करने वाले लोगों की भीड़ कम और जन्मकुंडली वाले नवयुवक-युवतियों की भीड़ अधिक देखने को मिलती है| कुण्डली में कालसर्प जैसे कुत्तयोग की शान्ति इत्यादि के लिए अधकचरे और पेटेंट पंडित रूपी दलाल भी साधु महात्माओं के सम्पर्क में रहने लगे हैं| |आज कुछ साधुगण शास्त्रोनुसार कार्यकलापों में संलग्न कम देखने को मिलते हैं जिसके पीछे समाज में छिपे हुए दलाल स्तर के लोगों का होना भी एक मुख्य कारण हो सकता है | आज के दलाली के दौर में दलालों का यह एक प्रकार का चलता-फिरता मैरिज ब्यूरो है | पी.एम.जैन (Paras Punj newspaper Delhi)

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